जागरूकता से मिलेगी कार्यक्रम को सफलता
विशेष निरीक्षण दलों के गठन से कार्यक्रम की गुणवत्तापूर्ण मॉनिटरिंग की जाए
राजस्थान प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने निर्देश दिए कि प्रदेश में चुनाव आयोग के एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न) अभियान की जागरूकता के लिए ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक आवश्यक संख्या में हेल्प डेस्क स्थापित की जाए एवं इन हेल्प डेस्क पर कार्यक्रम और उसके दिशा-निर्देशों से पूर्ण रूप से अवगत व्यक्ति को नियुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश का प्रत्येक पात्र नागरिक अपने मताधिकार का सही तरीके से प्रयोग कर सके, इसके लिए एसआईआर कार्यक्रम के माध्यम से मतदाता सूचियों के शोधन और पारदर्शिता को सुनिश्चित किया जाएगा।
महाजन बुधवार को शासन सचिवालय में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के प्रस्तावित विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (स्पेशल इंटेंसिव रिविज़न) एवं अन्य निर्वाचन संबंधी कार्यों की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
महाजन ने कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मानव संसाधनों जैसे बीएलओ, सूचना सहायक, पर्यवेक्षक आदि की समय रहते नियुक्ति कर विशेष प्रशिक्षण दिया जाए। इसके साथ ही, स्वयंसेवकों का शीघ्र चयन कर उन्हें भी आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि रैंडम चेकिंग के लिए विशेष निरीक्षण दलों का गठन कर अभियान की मॉनिटरिंग की जाए ताकि प्रदेश का कोई भी पात्र व्यक्ति मतदाता बनने से वंचित न रह सके।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित राजनीतिक दलों से समन्वय करते हुए बूथ लेवल एजेंट्स की नियुक्ति शीघ्र करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टेशनों के रेशनलाइजेशन का कार्य मतदाताओं की संख्या, दूरी, पहुंच, सहूलियत और मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आईइसी गतिविधियों के व्यापक उपयोग से एसआईआर कार्यक्रम की जानकारी को सरल एवं प्रभावी रूप में आम मतदाताओं तक पहुँचाया जाए।
बैठक में कोटा संभाग के संभागीय आयुक्त, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अधीनस्थ निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।
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