(भरतपुर) राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आज भरतपुर संभाग में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान हेतु संभागीय स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का आयोजन संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यशाला में कमला नेहरु प्रादेशीय टीबी प्रशिक्षण केंद्र अजमेर के निदेशक डॉ इन्दरजीत सिंह ने सभी को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान की जानकारी दी।
संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर ने सभी को निर्देशित किया की आपसी समन्वय स्थापित कर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के शत प्रतिशत लक्ष्यों की पूर्ति करना सुनिश्चित करे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान प्रदेश में आगामी 24 मार्च तक चलने वाले टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
कमला नेहरु प्रादेशीय टीबी प्रशिक्षण केंद्र अजमेर के निदेशक डॉ. इन्दरजीत सिंह के अनुसार भरतपुर जिले में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत चिकित्सा विभाग द्वारा चिन्हित (भरतपुर जिले) 102 और डीग जिले की 95 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त किया जायेगा।
आगामी 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस पर जिले की टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होने वाली ग्राम पंचायत को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
कार्यशाल में संयुक्त निदेशक (ज़ोन भरतपुर) चिकित्सा विभाग व सीएमएचओ डॉ. गौरव कपूर, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अविरल कुमार, डब्लूएचओ कंसल्टेंट डॉ. विवेक मिश्रा, डब्लूएचओ कंसल्टेंट डॉ शिखा गुप्ता, डीपीसी शरद कुमार शर्मा, पीपीएम कोर्डिनेटर यामिनी अवस्थी सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
2025 तक टीबी मुक्त होगा भारत
प्राप्त जानकारी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार सभी देशों ने 2030 तक टीबी रोग के उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है, लेकिन भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक ही टीबी रोग के उन्मूलन का लक्ष्य रखा है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रत्येक स्तर पर मिशन मोड पर प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है की देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश से टीबी रोग के उन्मूलन का लक्ष्य रखा है, इसी क्रम की सफल क्रियान्विति के लिए चिकित्सा विभाग मिशन मोड पर कार्य कर रहा है ।
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