(अजमेर) आशाओं के लिए विकसित किए गए पीसीटीएस मोबाईल ऎप का प्रशिक्षण गुरूवार को आयोजित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुज पिंगोलिया ने बताया कि एनएचएम के मिशन निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान की अध्यक्षता में प्रशिक्षण आयोजित किया गया। मातृ एवं शिशु सेवाओं की ऑनलाईन रिपोटिर्ंग व मॉनिटरिंग अब मोबाइल पर की जाएगी।
इसमें गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं एवं शिशुओं को प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की ऑनलाईन ट्रेकिंग, रिपोटिर्ंग और मॉनिटरिंग के लिए पीसीटीएस मोबाइल एप तैयार की गई है। जिले की 1703 आशाएं अब मोबाइल पर उनके क्षेत्र की महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं की डे-टू-डे रिपोटिर्ंग कर सकेगी। इस कार्य की मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी। उन्हें पता रहेगा कि किस दिन किन बच्चों और महिलाओं का टीकाकरण होना या किसी अन्य सेवा का लाभ दिया जाना है।
उन्होंने बताया कि उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर डेटा एंट्री की सुविधा के अभाव के कारण इससे पूर्व आशाओं को गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं एवं शिशुओं को प्रदान की स्वास्थ्य सेवाओं के डेटा को अपने क्षेत्र की पीएचसी, सीएचसी एवं अन्य चिकित्सा संस्थान पर जाकर अपडेट करवाना पड़ता था। इससे समय पर ऑनलाईन सूचना भेजने में अनावश्यक विलम्ब होता है।
इस एप के माध्यम से रियल टाईम सूचना प्राप्त हो सकेगी। इस एप पर आशा द्वारा मासिक कार्य योजना, एएनसी, पीएनसी, एचबीएनसी, टीकाकरण, नसबंदी, अन्तराल साधन की सर्विसेज की नामवार सूची, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, प्रसव पश्चात देखभाल, शिशु टीकाकरण, बच्चों का ग्रोथ चार्ट, शिशु एवं मातृ मृत्युदर, बच्चों को 3, 6, 9, 12 व 15 माह पर दी जाने वाली एचबीवाईसी सेवाएं, महिला की पीसीटीएस आईडी को सर्च करने की सुविधा, सुझावपरक वीडियो, आशाओं को आशा सॉफ्ट के माध्यम से भुगतान की गई प्रोत्साहन राशि का विवरण तथा रेफर करने के लिए नजदीकी संस्थाओं की जिओ मैपिंग के माध्यम से जानकारी की सेवाएं उपलब्ध होगी।
इस खबर को AYN Team ने संपादित नहीं किया है, यह खबर राजस्थान सरकार के सुचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रेस रिलीज़ के अनुसार प्रकाशित की गई है।
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