(अजमेर) भारतीय रेडक्रास समिति जिला शाखा अजमेर में अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास दिवस के उपलक्ष में स्थानीय रेडक्रास भवन रेडक्रास दिवस मनाया गया। रेड क्रॉस दिवस का आयोजन वन्दना खोरवाल अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासनिक) अजमेर की अध्यक्षता में किया गया।
संस्था के अवैतनिक संगठन सचिव जीवनसिंह चौहान ने बताया कि प्रति वर्ष 8 मई को रेडक्रास स्थापना दिवस एवं इसके संस्थापक हैनरी डूनांट के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए संस्था के सचिव भगवान सिंह ने कहा कि फ्रांस और ओस्टीया के मध्य गत सदि के अंत में भंयकर रूप से युद्ध हुआ । हैनरी डूनांट अपने शस्त्र बेचने के लिये फ्रांस और ओस्टीया के सम्राट के पास जा रहे थे, उस अगस्त की रात को कई घंटे का भंयकर युद्ध हुआ जिसमें हजारो सैनिक घायल या मारे गये हैनरी डूनांट ने फ्रांस के आस पास के सभी क्षेत्र वासियों से मानवता के रूप में सहायता मांगी तो लोगो ने यथायोग्य सहायता प्रदान की ।
हैनरी डूनांट ने घर लौटकर दोनों युद्ध पक्षों में भंयकर युद्ध में सहायता देने वालों की सुरक्षा के बारे में एक 16 यूरोपीय राष्ट्रों की बैठक आयोजित कर उसमें निष्पक्ष संस्था के रूप में रेडक्रास की स्थापना करने का फैसला लिया तथा उसी दिन से अर्थात 8 मई को रेडक्रास का जन्म हुआ जिसमें दोनों विश्वयुद्धों में मानवीय सहायता की तथा रेडक्रास को उनोबुल पुरस्कार प्रदान किये गये।
अध्यक्ष पद से समारोह को सम्बोधित करते हुए वन्दना खोरवाल अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासनिक) अजमेर ने कहा कि इस वर्ष हमारा ध्यान मानवता के पक्ष में केन्द्रित है जो रेडक्रॉस और रेड क्रिसैंट आंदोलन के मूल सिद्धान्तो को रेखांकित करता है। उन्होने ने कहा कि मानवता के पक्ष में होने का अर्थ है सक्रिय होना ।
इसका अर्थ है उन लोगो की आवाज सुनना जिन्हें अक्सर सुना नही जाता है । इसका अर्थ है सुरक्षा,सम्मान और सम्मान के सिद्धान्तों को बनाए रखना । इसका अर्थ है यह सुनिश्चित करना कि मानवीय सहायता उन लोगों तक पहुचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है चाहे उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो । उन्होंने कहा कि आइए हम इस दिन को मानवीय भावनाकी शक्ति का उत्सव मनाने के लिए जिन्होनें दूसरो की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया है और मानवता के पक्ष में खडे होने के अपने संकल्प को सुरक्षित दुनिया बनाने में अपना योगदान करें ।
वर्तमान में त्रासदियों से जानमाल की हानी प्रतिदिन हो रही है तथा रेडक्रास ने इस सदी में मानवीय मूल्यों की रक्षा,त्रासदियों के लिये तैयारी व प्रशिक्षण,त्रासदियों में यथायोग्य सेवा व सहायता,समाज में स्वास्थ्य,सफाई व हाईजोन,आपदा प्रबन्धन,स्वच्छ समाज,स्वच्छ समाज पूरे विश्व में लागू करने का फैसला लिया है ।
इस अवसर पर डा0 लोकेश गुप्ता डीटीओ, अजमेर ने क्षय एवं दमा रोग, डा0 समीक्षा वर्मा ने आपदा प्रबन्धन में रेडक्रास का योगदान, डा0 जी0सी0 मीना ने रक्तदान/देहदान तथा संस्था के कार्य समिति के सदस्य सत्यपाल पिलानिया ने वर्तमान परिपेक्ष में रेडक्रास का योगदान पर अपनी वार्ताएं प्रदान की ।
संस्था के वाईस चेयरमैन सोमरत्न आर्य ने रेडक्रास के मुख्य सेवा कार्य एवं रेडक्रास अजमेर के सेवा कार्यो की जानकारी प्रदान की तथा उन्होंने ने बताया कि भारतीय रेडक्रास समिति,जिला शाखा,अजमेर की स्थापना ब्रिटिश काल में ट््रेवर हॉल,अजमेर में दिनांक 1 अप्रेल 1923 को राजपूताना प्रोविन्सियल ब्रान्च ऑफ रेडक्रॉस सोसायटी के नाम से हुई थी 1956 तक अजमेर केन्द्रशासित प्रदेश रहा तब तक यही शाखा अजमेर राज्य की प्रतिनिधि संस्था थी 1956 में राजस्थान में विलीनीकरण के पश्चात् यह राजस्थान रेडक्रॉस सोसायटी की अजमेर जिला शाखा के रूप में स्वतंत्र इकाई के रूप में सेवारत है ,1923 में संस्था की स्थापना के कारण इस रेडक्रास शाखा को राजस्थान की सबसे पुरानी और बडी 102 वर्ष पुरानी सोसायटी होने का गौरव प्राप्त है ।
संगठन सचिव जीवनसिंह चौहान ने बताया कि इस अवसर पर रेडक्रास कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारीगण, सदस्य, आजीवन सदस्य, वार्षिक सदस्य, स्वयंसेवक सहित लगभग 232 सदस्य उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन सोमरत्न आर्य ने किया।
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