Thursday, April 03, 2025

अजमेर : जेएलएन के रेस्पिरेटरी मेडिसन विभाग में फेफड़े से निकाली गई लंबे समय से जमे हुए खून की गाँठ, मरीज़ को मिला जीवनदान



अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के श्वास रोग विभाग ने बड़गाँव निवासी 58 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति के सांस की नली में लंबे समय से फसी 10x3 सेंटीमीटर लम्बी ऑर्गेनाइजड ब्लड (लंबे समय से जमे खून) की गाँठ को बुधवार को ब्रोंकोस्कोपी करके बाहर निकाला। 

वरिष्ठ आचार्य एव विभागाध्यक्ष डॉ रमाकांत दीक्षित एव डॉ नीरज गुप्ता के मार्गदर्शन में यह जाँच की गई ।



इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट एव प्रोफेसर डॉ राजवीर ने बताया कि यह मरीज श्वास की तकलीफ़ एव खाँसी के साथ खून आने की समस्या के साथ मेडिसिन विभाग में भर्ती हुआ। मेडसिन यूनिट प्रभारी डॉ इब्राहिम ख़ान ने इस मरीज को श्वास रोग विभाग में दिखाने की सलाह दी । मरीज की बीमारी के लक्षण एव सीटी स्कैन के आधार पर ब्रोंकोस्कोपी करने का निर्णय लिया । 



डॉ राजवीर की टीम ने 20 मिनट लंबे चले ब्रॉकोस्कोपी प्रकिया के द्वारा मरीज की श्वास नली में फंसी खून की गांठ को बाहर निकाला। 



डॉक्टर्स  की टीम ने ब्रोंकोस्कोपी की जांच में पाया  कि मरीज के सांस की नली में ऑर्गेनाइजड ब्लड की गाँठ फंसी हुई है, जिसकी वजह से फेफडे की एक श्वास नली पूरी तरह से बंद थी  इस वजह से मरीज को काफी लंबे समय से सांस लेने में तकलीफ़ एव खाँसी में खून आने की समस्या थी ।  गाँठ निकलने से मरीज को काफी राहत मिली। सामान्यतः ऐसी प्रकिया मरीज को बेहोश करके की जाती है, परन्तु अजमेर मे ये पहली बार है की बिना मरीज को बहोश किये इतने बड़ी गाँठ निकाली गई । डॉक्टर्स की टीम में प्रोफेसर डॉ राजवीर, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पीयूष अरोड़ा, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मुकेश गोयल व डॉ प्रदीप चौधरी, सीनियर रेसिडेंट डॉ ऋतुम्भरा, रेजिडेंट्स डॉ हासिफ, डॉ चेतन, डॉ हिमांशु एवम नर्सिंग ऑफिसर गजराज, निवेदिता एव मधु शामिल थे। जांच के बाद मरीज को मरीज को मेडिसिन विभाग में शिफ्ट कर दिया गया। अब मरीज़ की हालत में काफ़ी सुधार है व दूसरे दिन डिस्चार्ज कर दिया गया है।


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