मुख्य सचिव ने शहर की ट्रैफिक, सफाई, रोड़ लाईट, शहरी कार्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रोजेक्ट्स को समय अवधि में पूर्ण कर शहरवासियों को ईज़ ऑफ़ लिविंग की वृद्धि हेतु अधिकारियों को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए
राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि जयपुर शहर अपने अदभुत नगर नियोजन, ऐतिहासिक स्मारकों आदि विशिष्टताओं के कारण देश विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। इसे स्वच्छ, सुंदर और यहां नगारिकों की ईज़ ऑफ़ लिविंग को बेहतर बनाए रखने हेतु हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए। संबंधित विभागों के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जयपुरवासियों को बेहतर नागरिक सुविधाएं मिलें।
मुख्य सचिव रविवार को शासन सचिवालय में जयपुर शहर के विभिन्न विकास प्रोजेक्ट, ट्रैफिक, मानसून पूर्व तैयारियों, अतिक्रमण, अवैध निर्माण आदि को लेकर नगरीय विकास एवं आवासन विभाग, ट्रैफिक पुलिस एवं जिला प्रशासन की समीक्षा कर रहे थे।
सुचारू परिवहन व्यवस्था के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, परिवहन विभाग व यातायात पुलिस में प्रभावी समन्वय जरुरी मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा यातायात पुलिस द्वारा प्रमुख मार्गों पर व्यस्ततम समय में यातायात व्यवस्था दुरूस्तीकरण पर विशेष ध्यान दें ताकि आमजन को आवागमन में परेशानी न हो। उन्होंने कहा ई-चालान प्रक्रिया को व्यापक एवं प्रभावी बनाएं, परिवहन विभाग व आईटी विभाग के साथ समन्वय कर कैमरा लगाये जाने वाले स्थानों का चिन्हिकरण करें। उन्होंने निर्देश दिये कि ट्रेफिक कंट्रोल बोर्ड की मासिक बैठक का आयोजन सुनिश्चत करें। शहर में सार्वजनिक मार्गों जैसे मैरिज गार्डन, रेस्टोरेंट्स एवं अन्य प्रतिष्ठानों पर अनाधिकृत रूप से वाहनों की पार्किंग पर रोकथाम व चालान आदि की कार्यवाही करें, साथ ही मैकेनाइज्ड पार्किंग के उपयोग को भी बढ़ावा देने का प्रयास करें।
बैठक में उपस्थित जेडीए एवं नगर निगम के मुख्य प्रवर्तन अधिकारियों को निर्देशित किया कि अतिक्रमण/अवैध निर्माण को आरंभ होते ही हटाने की कार्यवाही की जाए न की बढ़ने के बाद।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी ई—फाईलिंग के औसत निस्तारण समय में सुधार करें।
प्रदेश में आगामी मानसून में सघन पौधारोपण का एक्शन प्लान तैयार करें
मुख्य सचिव ने समस्त अधिकारियों को आगामी मानसून सीजन में प्रदेश में सघन पौधारोपण की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ बचाव कार्यक्रम की तैयारी करने और शहर के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान पानी के जमाव का सामना करने के लिए उचित व्यवस्थाएं तैयार करें और बारिश के पानी के संचयन के लिय वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की सफाई करें साथ ही ट्रीटेड वाटर का रियूज सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि न केवल नागरिकों के लिए, बल्कि पशुओं और पक्षियों के लिए भी जल की व्यवस्था करें।
मुख्य सचिव ने आइटी का उपयोग कर नागरिकों को सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन माध्यम से प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि लोगों का कार्य बिना कार्यालय जाये हो जाये। इस पर नगरीय विकास विभाग विचार करे कि आम नागरिक को घर बैठे क्या—क्या सेवाएं दी जा सकती हैं जिससे नागरिकों की ईज़ ऑफ़ लिविंग बढ़ सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, परिवहन विभाग व यातायात पुलिस का समन्वय महत्वपूर्ण है। आमजन के लिए अधिकारी अच्छी नीयत, मेहनत और ईमानदारी से काम करना सुनिश्चित करें। बैठक में मौजूद विभागों के अधिकारियों ने सुधार के लिए संचालित प्रोजेक्ट्स की स्थिति की प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव टी. रविकांत, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ, जेडीए आयुक्त मंजू राजपाल, हाउसिंग बोर्ड आयुक्त इंद्रजीत, जयुपर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूक्मणी रियार, नगर निगम हैरिटेज आयुक्त अभिषेक सुराणा, जेडीए सचिव हेमपुष्पा शर्मा, और अतिरिक्त आयुक्त पुलिस (ट्रैफिक) प्रीती चंद्रा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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