(पुष्कर) पण्डित कैलाश नाथ दाधीच ने बताया कि बछ बारस गाय बछड़े की पूजा 11 सितंबर सन 2023 सोमवार पुखय नक्षत्र सर्वार्थ सिद्धि योग मैं सुहागन स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु के लिए घर परिवार में सुख समृद्धि के लिए गाय बछड़े की पूजन एवं व्रत रखती है।
इस दिन चाकू से हरी सब्जी या काटने का काम नहीं करते बछ बारस कथा करते हैं व पूजन करते हैं।
दान पुण्य हवन पूजन उद्यापन करके पुण्य लाभ अर्जित करते हैं । गाय बछड़े की पूजन करके वस्त्र सुहाग का मेहंदी लगाकर कुमकुम का तिलक लगाकर गाय बछड़े की पूजन करते हैं। इस दिन गेहूं का अन्य काम में नहीं लेते मोठ बाजरा की सब्जी बनाकर भोजन करते हैं।
इससे गाय बछड़े का आशीर्वाद प्राप्त होता है पति की दीर्घायु कामना बढ़ती है पुत्र संतान की आयु वृद्धि होती है वर्ष भर में बछ बारस गाय बछड़े की पूजन इसी दिन शास्त्र वेदों में श्रेष्ठ बताई गई है ।
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सीताराम गहलोत, पुष्कर |
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