राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर आमजन को महंगाई से राहत देने के लिए आयोजित किए जा रहे महंगाई राहत कैंपों को लेकर आमजन में भारी उत्साह है। महंगाई राहत कैम्पों के अन्र्तगत शुक्रवार को जिले में 28474 लार्भाथियों परिवारों को लाभ दिया गया। जिला कलक्टर अंश दीप ने बताया कि अजमेर जिले में महंगाई राहत कैम्पों का आयोजन किया गया। उन्होंने नसीराबाद में शिविरों का निरीक्षण किया।
इन योजनाओं में लार्भाथियों ने प्राप्त किया लाभ
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा के लिए 23860 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा के लिए 23860 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। इन्द्रा गांधी गैस सिलेंडर योजना के लिए 5049 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। मुख्यमंत्री निःशुल्क बिजली योजना के लिए 20736 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। मुख्यमंत्री निःशुल्क कृषि बिजली योजना के लिए 624 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के लिए 19643 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के लिए 7117 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लिए 8426 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के लिए 7501 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के लिए 3312 लाभार्थिर्यों का पंजीयन किया गया।
आज यहां आयोजित किए गए शिविर
उन्होंने बताया कि शुक्रवार 28 अप्रेल को प्रशासन गांव के संग अभियान के साथ-साथ महंगाई राहत शिविर का आयोजन इन स्थानों पर किया जाएगा। उपखण्ड अधिकारी अजमेर द्वारा गगवाना, ब्यावर द्वारा गणेशपुरा, केकडी द्वारा मेवदाकलां, किशनगढ द्वारा तिलोनिया, नसीराबाद द्वारा साम्प्रोदा, सरवाड़ द्वारा हरपुरा, भिनाय द्वारा धांतोल, मसूदा द्वारा झाक तथा टॉडगढ़ द्वारा बनजारी में कैम्प लगाए गए।
इसी प्रकार शुक्रवार 28 अप्रेल को प्रशासन शहरों के संग अभियान के साथ महंगाई राहत शिविर का आयोजन इन स्थानों पर होगा। नगर निगम द्वारा वार्ड नम्बर एक हरिभाऊ उपाध्याय नगर सामुदायिक भवन, वार्ड नम्बर 21 राजन्द्र स्कूल, पहाडगंज, वार्ड नम्बर 61 नई आरपीएससी के सामने जयपुर रोड़, वार्ड नम्बर 22 राजकीय बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल भगवानगंज, नगर परिषद किशनगढ़ द्वारा वार्ड नम्बर 5, 6, 7, 8 विश्वकर्मा स्कुल गांधी नगर, नगर पालिका केकड़ी द्वारा वार्ड नम्बर 2, 3 व 4 मंगलम गार्डन अजमेर रोड़ केकड़ी, नगर पालिका पुष्कर द्वारा वार्ड नम्बर 3 अम्बेडकर भवन, मेला मैदान के सामने, नगर पालिका विजयनगर द्वारा वार्ड नम्बर 34 अम्बेडकर भवन कब्रिस्तान के पास, नगर पालिका नसीराबाद द्वारा को वार्ड नम्बर 1 से 3 नगर पालिका भवन में कैंप आयोजित किए गए।
इन स्थानों पर लगेंगे आगामी दिवस को शिविर
उन्होंने बताया कि शनिवार 29 अप्रेल को प्रशासन गांव के संग अभियान के साथ साथ महंगाई राहत शिविर का आयोजन इन स्थानों पर किया जाएगा। उपखण्ड अधिकारी अजमेर द्वारा गगवाना, ब्यावर द्वारा गणेशपुरा, केकडी द्वारा मेवदाकलां, सरवाड़ द्वारा हरपुरा, भिनाय द्वारा धांतोल तथा मसूदा द्वारा झाक में कैम्प लगाए जाएंगे।
अजमेर- सफलता की कहानी-1
बिजयनगर की शारदा को मिला राहत कैंप से सहारा
बिजयनगर में रहने वाली शारदा कम उम्र में पति को खो चुकी थी। एक बेटा भी दुर्घटना का शिकार हो गया। दो बच्चियां हैं, उनका पेट पालने की जिम्मेदारी है। सरकारी योजनाओं के नाम पर अभी तक कुछ नहीं मिला। लेकिन उम्मीद थी कि कुछ मिलेगा। महंगाई राहत कैंप में पांच योजनाओं में रजिस्ट्रेशन हुआ। निराश आंखों में जैसे चमक आ गई। उम्मीद की और भरोसे की तथा विश्वास की जीत हुई। हाथों हाथ पांच योजनाओं का लाभ मिला। शारदा जैसी महिलाओं के जीवन में रोशनी लाकर यह अभियान अपनी सार्थकता सिद्ध कर रहा है।
इन्दिरा गाँधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना
अजमेर- इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना
सफलता की कहानी-2
गुलाबका बन्द रोजगार हुआ आरम्भ
कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन से बेरोजगार हुए युवा अपने व्यवसाय को पुनस्थापित कर सकें। साथ ही अन्य जरूरतमंद व्यक्ति भी स्वरोजगार से जुड़़ सकें, इसके लिए राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की। शहरी क्षेत्र में जरूरतमंद व्यक्ति स्वरोजगार स्थापित कर आसानी से अपनी आजीविका चला सकें। इसके लिए राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना लागू की है। योजना से विभिन्न सेवा क्षेत्र में कार्यरत 18 से 40 वर्ष के बेरोजगार युवाओं और स्ट्रीट वेंडर्स (उम्र की कोई बाध्यता नहीं) को आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत राज्य सरकार 50 हजार रूपये तक का बिना ब्याज ऋण बैंको के माध्यम से उपलब्ध करवा रही है।
अजमेर निवासी गुलाब गोलानी पु़त्र घनश्यामदास को इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत् 50 हजार का ऋण मिला है। गुलाब गोलानी ने बताया कि ठेला लगाकर अपना व्यापार करते है। वे कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से पूरी तरह बेरोजगार हो गये थे। उनका चश्में एवं बेल्ट का कारोबार भी बंद हो गया था। इसके कारण वे आर्थिक समस्या से जूझ रहे थे और एक समय पूरी तरह से निराश हो कर बैठ गया था। उस समय कोई भी रिश्तेदार बिना ब्याज पैसे नही दे रहा था और बैंक में भी बिना ब्याज ऋण नहीं मिल रहा था। ऎसे हालात में राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह योजना शुरू कर उनके जीवन को नई दिशा दी है। इस योजना से बिना ब्याज के 50 हजार का ऋण मिल गया। जिसकी सहायता से चश्में एवं बेल्ट का काम वापस शुरू कर दिया। अब उनका चश्में एवं बेल्ट का व्यापार अपनी गति पकड़ चुका है। इस व्यापार के सहारे में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढा रहे है।
अजमेर- इन्दिरा गाँधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना
सफलता की कहानी-3
श्याम सुन्दर का चाय का ठेला हुआ आरम्भ
कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन से बेरोजगार हुए युवा अपने व्यवसाय को पुनस्थापित कर सकें। साथ ही अन्य जरूरतमंद व्यक्ति भी स्वरोजगार से जुड़़ सकें, इसके लिए राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की। शहरी क्षेत्र में जरूरतमंद व्यक्ति स्वरोजगार स्थापित कर आसानी से अपनी आजीविका चला सकें। इसके लिए राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना लागू की है। योजना से विभिन्न सेवा क्षेत्र में कार्यरत 18 से 40 वर्ष के बेरोजगार युवाओं और स्ट्रीट वेंडर्स (उम्र की कोई बाध्यता नहीं) को आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत राज्य सरकार 50 हजार रूपये तक का बिना ब्याज ऋण बैंको के माध्यम से उपलब्ध करवा रही है।
अजमेर निवासी श्याम सुन्दर गोयल पु़त्र विशम्बर गोयल को इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत् 50 हजार का ऋण मिला है। श्याम सुन्दर गोयल ने बताया कि वे चाय का ठेला लगाकर अपना व्यापार करते है। कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से पूरी तरह बेरोजगार हो गये थे। उनका चाय का कारोबार भी बंद हो गया था। ऎसे हालात में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह योजना शुरू कर उनके जीवन को नई दिशा दी है। इस योजना से उन्हें बिना ब्याज के 50 हजार का ऋण मिल गया। चाय का काम वापस शुरू कर दिया। अब चाय का व्यापार अपनी गति पकड़ चुका है। इस व्यापार के सहारे में अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढा रहे हैं।
अजमेर- सफलता की कहानी-4
आपसी सहमती से हुआ विवाद का हल
संभागीय आयुक्त मेहरा ने बांटे बटवारा पत्र
ग्राम तिलोनिया में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान एवं महंगाई राहत शिविर में रामाकिशन एवं प्रेमराज गुर्जर ने उपस्थित होकर शिविर प्रभारी परसा राम सैनी को अपनी समस्या बताते हुए कहा कि ग्राम फलौदा में हमारी कृषि भूमि के पृथक पृथक खसरे है। सीमांकन नहीं होने से दोनों भाइयों के बीच परस्पर विवाद होता रहता था। शिविर की जानकारी मिलने पर दोनों भाइयों ने अपने विवाद को हल करने के लिए आपसी सहमति से बंटवारा के लिए शिविर में उपस्थित हुए। शिविर प्रभारी ने तुरंत प्रार्थना पत्र प्राप्त कर संबंधित गिरदावर एवं पटवारी को बुलाकर प्रकरण में कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किए। पटवारी एवं गिरदावर के द्वारा ग्राम फलौदा के खसरा नम्बर 77 रकबा 1. 3591 के विभाजन प्रस्ताव तैयार कर तहसीलदार अरविंद कविया को प्रस्तुत करने पर हाथों-हाथ सहमति बँटवारा आदेश जारी किए। शिविर का अवलोकन करने हेतु उपस्थित हुए संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा की उपस्थिति में आपसी सहमति बंटवारा आदेश खातेदार रामाकिशन पुत्र मिश्रीलाल जाति गुर्जर, प्रेमराज पुत्र मिश्रीलाल जाति गुर्जर को शिविर में प्रदान किए गए। आदेश प्राप्त कर दोनों भाइयों की खुशी का पारावार नहीं रहा। पाँच वषोर्ं से लंबित समस्या का समाधान हाथों हाथ होने पर दोनों भाइयों ने मुख्यमंत्री के इस अभियान की सराहना की।
अजमेर- सफलता की कहानी-5
रूस्तम का नाम हुआ दुरस्त
प्रशासन गांवो के संग अभियान 2023 के तहत महंगाई राहत शिविर ग्राम पंचायत गगवाना में रूस्तम अली पुत्र गुलशेर ने शिविर में उपस्थित होकर शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकरी शिवाक्षी खाण्डल को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। रूस्तका का नाम ग्राम जमाबन्दी 2074-77 के खाता संख्या 484 में रूस्तम शेर पुत्र गुलशेर दर्ज है। प्रार्थी के समस्त दस्तावेजों में रूस्तम अली पुत्र गुलशेर अंकित है। पहचान दस्तावेजों के अनुसार प्रार्थी का नाम दुरस्त करने का आवेदन किया। प्रकरण मेें भू-अभिलेख निरीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार प्रीती चौहान ने धारा -88 के तहत प्रार्थी का नाम रूस्तम शेर के स्थान पर रूस्तम अली करने की अभिशंषा की। इसके आधार पर एवं गवाही के बयान के आधार पर शिविर के प्रार्थी का नाम रूस्तम शेर के स्थान रूस्तम अली करने का आदेश प्रदान किया। इससे रूस्तम अत्यन्त प्रसन्न हुआ। राजस्व रिकॉर्ड एवं पहचान दस्तावेजों में नाम की भिन्नता के कारण प्रार्थी को बैंक से ऋण प्राप्त करने एवं सरकारी सहायता प्राप्त करने में परेशानी का सामाना करना पड रहा था। अब वे कार्य आसानी से हो पाएंगे।
अजमेर- सफलता की कहानी-6
एकल महिला को मिला निःशुल्क बिजली का लाभ
सरवाड क्षेत्र की हरपुरा गा्रम पंचायत में निवास करने वाली एक महिला धापू देवी विधवा है। पात्रता के अनुसार उन्हें विभिन्न योजनाओं के लिए पंजीकृत किया गया। महंगाई राहत कैंप में धापू देवी ने अन्नपूर्णा फूड पैकेट, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा, चिरंजीवी दुर्घटना बीमा, 100 यूनिट बिजली फ्री योजनाओं में रजिस्ट्रेशन कराया। इससे इन्हे इन योजनाओं का लाभ मिलना आरम्भ हो जाएगा। एकल विधवा महिला के लिए यह एक बहुत बडी सहायता है।
इस खबर को AYN Team ने संपादित नहीं किया है, यह खबर राजस्थान सरकार के सुचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रेस रिलीज़ के अनुसार प्रकाशित की गई है।
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